परियोजना प्रशासन के लेखापाल राजेन्द्र वर्मा के खिलाफ भोपाल से शिकायतो का पुलिंदा आया

परियोजना प्रशासन के लेखापाल राजेन्द्र वर्मा के खिलाफ भोपाल से शिकायतो का पुलिंदा आया

परियोजना प्रशासन के विवादास्पद लेखापाल  राजेन्द्र वर्मा के खिलाफ भोपाल से शिकायतो का पुलिंदा सहायक आयुक्त कार्यालय खरगोन में आया है. अपनी कमीशनगिरी के लिए समुचे जिले में कुख्यात राजेन्द्र वर्मा ने शिकायतो के इस पुलिंदे को कई महीने तक खरगोन कलेक्टर कार्यालय में ही दबा रखा, लेकिन खबर इंडिया के दबाव के चलते इस सप्ताह शिकायतो का पुलिंदा सहायक आयुक्त जेएस डामोर की टेबल पर पहुंच गया है.

आफ़िस के सुत्रो के मुताबिक राजेन्द्र वर्मा के खिलाफ भोपाल की आर्थिक शाखा से आई शिकायतो के इस पुलिंदे में खबर इंडिया द्वारा की गई शिकायत भी शामिल है. गौरतलब है कि राजेन्द्र वर्मा के द्वारा बिल लगाकर अपनी पुत्री की शादी का खर्चा निर्माण शाखा से जुड़े ठेकेदारो से करने की शिकायत खबर इंडिया को सबुतो के साथ की गई थी. इसके बाद खबर इंडिया ने ना सिर्फ़ राजेन्द्र वर्मा के काले कारनामो का पर्दाफ़ाश किया, बल्कि इसकी शिकायत भोपाल आर्थिक शाखा में भी की थी.

गौरतलब है कि खबर इंडिया के खुलासो के चलते ही पिछले साल अगस्त में राजेन्द्र वर्मा को एसी आफ़िस की निर्माण शाखा से हटा दिया गया था. लेकिन एसी आफ़िस को अपनी जेब में रखने का दावा करने वाला राजेन्द्र वर्मा परियोजना प्रशासन में बैठकर ही निर्माण शाखा चला रहा है. खबर इंडिया ने इस बारे में अपने सूत्रो के जरिए पड़ताल की तो पता चला कि शाखा के कर्मचारी भी इस मिलीभगत में शामिल हैं. सुत्रो के मुताबिक निर्माण शाखा के तीन कर्मचारी - सहायक ग्रेड 3 मधु बघेल, चेतन सोलंकी और भ्रत्य जीतेन्द्र चौहान - राजेन्द्र वर्मा और निर्माण शाखा को फ़िलहाल सम्भाल रहे हरीश परसाई के बीच की कड़ी बन गए हैं.

आफ़िस के सुत्रो के मुताबिक ये कर्मचारी निर्माण शाखा की सभी फ़ाईले 'दलाल' राजेन्द्र वर्मा के पास लेकर जाते हैं. फ़िर राजेन्द्र वर्मा अपने हिसाब से सेटिन्ग करके, सबका कमीशन निकालकर, फ़ाईले इन कर्मचारियो के जरिए फ़ाईले वापस निर्माण शाखा में पहुँचा देता है, फ़िर हरीश परसाई, जिसे निर्माण शाखा की एबीसीडी भी नहीं आती, आंख बन्द करके इनपे साईन कर देता है.