Retail Inflation : खुदरा महंगाई 10वें माह भी RBI के दायरे से बाहर, अनाज, मांस-मछली, दूध और मसाले की दर बढ़ी

Retail Inflation : खुदरा महंगाई 10वें माह भी RBI के दायरे से बाहर, अनाज, मांस-मछली, दूध और मसाले की दर बढ़ी

उच्च कीमतों के मोर्चे पर अक्तूबर में थोड़ी राहत मिली है। सब्जी से लेकर दाल और खाद्य तेल की महंगाई घटी है। इसके बावजूद खुदरा कीमतों पर आधारित (सीपीआई) महंगाई की दर लगातार 10वें महीने आरबीआई के संतोषजनक दायरे 6 फीसदी से ऊपर बनी हुई है। इस दौरान अनाज, मांस-मछली, दूध और मसाले की महंगाई दर में बढ़ोतरी देखने को मिली है।

राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय के मुताबिक, अप्रैल-अक्तूबर के दौरान खुदरा महंगाई की दर पांच महीने 7 फीसदी या इससे ऊपर बनी रही। सिर्फ जुलाई और अक्तूबर में ही यह 7% से कम रही है। वित्त मंत्रालय ने कहा, कच्चा तेल, लौह अयस्क और इस्पात की कीमतें वैश्विक बाजार में गिरने के साथ घरेलू स्तर पर गेहूं एवं चावल की आपूर्ति सुनिश्चित करने से भी इन जिंसों की कीमतें काबू में रखने के प्रयास किए गए हैं। इसका असर आगे महसूस होगा।

विनिर्मित उत्पादों के साथ अनाज, सब्जी, दूध और फल जैसे खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतें घटने की वजह से थोक कीमतों पर आधारित महंगाई में गिरावट आई है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के मुताबिक, अक्तूबर में खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर घटकर 8.33 फीसदी रह गई, जो सितंबर में 11.03 फीसदी रही थी। विनिर्मित वस्तुओं की महंगाई सितंबर के 6.34% से कम होकर अक्तूबर में 4.42 फीसदी रह गई।