तबादले के चार महीने बाद भी 'लेखा शाखा' का चार्ज नहीं दे रहा एके मीणा

तबादले के चार महीने बाद भी 'लेखा शाखा' का चार्ज नहीं दे रहा एके मीणा

तबादले के चार महीने बाद भी 'लेखा शाखा' का चार्ज नहीं दे रहा एके मीणा

जनजातीय कार्य विभाग कार्यालय खरगोन का पूर्व लेखापाल एके मीणा तबादले के चार महीने बाद भी अपनी जगह पर आए कर्मचारी को प्रभार नहीं दे रहा है. एसी आफ़िस में चर्चा है कि लेखा जोखा में मीणा ने अपने कार्यकाल के दौरान भारी गड़बड़िया की है, जिसके चलते वो अभी तक भी प्रभार नहीं दे पा रहा है.

खबर इंडिया के खुलासो के बाद पिछले दस सालो से एसी और बीईओ आफ़िस को अपनी बपौती समझने वाले पांचों कर्मचारियो - राजेन्द्र वर्मा, एके मीणा, योगेंद्र परिहार, संतोष पन्वार और सुरेश पन्वार - के तबादले 3 अगस्त को हो गए थे.

एके मीणा का तबादला उमावि नागझिरी हुआ था और उसकी जगह राजेश दान्गी ने खरगोन एसी आफ़िस में ज्वाईन किया था.

लेकिन सूत्रो के मुताबिक चार महीने बाद भी मीणा ने प्रभार के नाम पर राजेश दान्गी को सिर्फ़ केशबूक ही थमाई है, पूरा प्रभार विधिवत तरीके से देने में वो अभी भी आनाकानी कर रहा है.

अभी पिछले कुछ दिनों तक एके मीणा अपनी बेटी की शादी का बहाना बनाकर प्रभार देने से बचता रहा. बेटी की शादी नक्षत्र में शाही अंदाज में कर देने के बाद भी मीणा प्रभार देने से बचने के लिए रोज नए बहाने बना रहा है.

सूत्रो के मुताबिक इसकी वजह ये है कि पूर्व सहायक आयुक्त सुरज डामोर के कार्यकाल के दौरान मीणा ने लेखा शाखा में जमकर धाँधली की थी. उसी कीपोल खुलने के डर से वो तबादले के चार महीने बाद भी प्रभार नहीं दे रहा है.