कल से शुरू हो रहा है अमित शाह का बंगाल दौरा, TMC में फिर मचेगी भगदड़?

कल से शुरू हो रहा है अमित शाह का बंगाल दौरा, TMC में फिर मचेगी भगदड़?

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की बागडोर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हाथों में है। वह लगातार बंगाल का दौरा कर रहे हैं। कल यानी 30 जनवरी को वह अपने दो दिवसीय दौरे पर फिर कोलकाता पहुंच रहे हैं। पिछली यात्रा के दौरान उन्होंने टीएमसी को बड़ा झटका दिया था। ममता बनर्जी के कई कद्दवार नेताओं ने भगवा थाम लिया था। फिर एकबार ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं।

अमित शाह अपने बंगाल दौरे की शुरुआत मायापुर चंद्रोदय स्थित इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्ण चेतना (इस्कॉन) के मंदिर से करेंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अधिकारियों के अनुसार, बाद में वे परगना जिले के ठाकुरबारी मैदान में एक सार्वजनिक रैली में मतुआ समुदाय को संबोधित करेंगे।

ठाकुरनगर को मतुआ समुदाय का गढ़ माना जाता है। इससे पहले नवंबर 2020 में, अमित शाह ने उत्तरी 24 परगना क्षेत्र में सामुदायिक परिवार के साथ दोपहर का भोजन किया था। इस समुदाय को पश्चिम बंगाल में एक बड़ा वोट बैंक माना जाता है क्योंकि यह दो दर्जन से अधिक विधानसभा सीटों पर प्रभाव डालता है।

समुदाय की उत्पत्ति पूर्वी पाकिस्तान से हुई है। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को इस समुदाय का समर्थन मिला था। इन्होंने अपने ही समुदाय से युवा संतनु ठाकुर को सांसद के रूप में चुना था। इसी दिन अमित शाह कोलकाता में साइंस सिटी ऑडिटोरियम में सोशल मीडिया स्वयंसेवकों को संबोधित करेंगे।

31 जनवरी को अपनी यात्रा के दूसरे दिन, गृह मंत्री कोलकाता में श्री अरबिंदो भवन और फिर रास बिहारी एवेन्यू में भारत सेवाश्रम संघ जाएंगे। वह हावड़ा के डुमुरजोला में एक सार्वजनिक बैठक और एक विशाल कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे और यहां के खलिसानी गांव में एक बागड़ी परिवार के साथ दोपहर का भोजन करेंगे, जिसके बाद वह बेलूर मठ जाएंगे।

यात्रा के दौरान, अमित शाह नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) को लेकर अपना रुख साफ कर सकते हैं, मतुआ समुदाय के नेता बार-बार कानून की स्थिति के बारे में पूछ रहे हैं। 

आपको बता दें कि अमित शाह की पिछली यात्रा के दौरान टीएमसी के कई बागी नेताओं ने बीजेपी का दामन थामा था। इनमें शुवेंदु अधकारी का नाम प्रमुख था। हाल के दिनों में भी टीएमसी के कई नेताओं ने बागी तेवर अपनाए हैं। कई ने पार्टी से तो कई ने पार्टी के अहम पदों से इस्तीफा दे दिया है। इनमें कुछ विधायक भी शामिल हैं। माना जा रहा है कि ये सभी अमित शाह की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थाम सकते हैं।