अमेरिकी सेटेलाइट की तस्वीर से निकला निष्कर्ष- हिमस्खलन के कारण चमोली में आई तबाही

अमेरिकी सेटेलाइट की तस्वीर से निकला निष्कर्ष- हिमस्खलन के कारण चमोली में आई तबाही

चमोली जिले में तबाही ऋषिगंगा कैचमेंट एरिया में हुए हिमस्खलन की वजह से मची। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के वैज्ञानिकों ने सेटेलाइट डाटा के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है। विशेषज्ञों के अनुसार इस क्षेत्र में हाल में गिरी बर्फ एक चोटी के हिस्से के साथ खिसक गई जिसने बड़े हिस्खलन का रूप ले लिया। इस वजह से लाखों मीट्रिक टन बर्फ और पहाड़ी का हिस्सा भरभराकर नीचे गिर गया, जिसने ऋषिगंगा घाटी में तबाही मचा दी।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने सोमवार को बताया कि ऋषिगंगा में बाढ़ हिमस्खलन से आई। उन्होंने कहा, इसरो के निदेशक ने सेटेलाइज इमेज के आधार पर जानकारी दी है कि ऋषिगंगा कैचमेंट एरिया में रविवार को ग्लेशियर नहीं टूटा। बल्कि हाल में हुई बर्फबारी में जमी कच्ची बर्फ एक पहाड़ी की चोटी के साथ खिसक गई। जिस स्थान पर हिमस्खलन हुआ वहां ग्लेशियर नहीं था। 

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने सोमवार को आपदा के कारणों को लेकर अफसरों व विशेषज्ञों के साथ बैठक की। राज्य सरकार की ओर से मामले में इसरो से भी संपर्क किया गया।

आपदा के कारण जानने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने अमेरिका की एक प्राइवेट सेटेलाइट प्लेनेट लैब से भी तस्वीरें ली हैं। यूएसडीएमए के विशेषज्ञ गिरीश जोशी ने बताया कि यह सेटेलाइट हाल ही में इस क्षेत्र से गुजरा है और तस्वीरों के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया है कि इस क्षेत्र में हिमस्खलन से आपदा आई। उन्होंने बताया कि 14 वर्ग किमी क्षेत्र में हिमस्खलन हुआ, जिस वजह से यह भीषण आपदा आई।